Sushma Rani (Meet The Teachers 2020)- Passion of dedication
महान शिक्षक ज्ञान, जुनून, और करुणा से निर्मित होते हैं।
अब्दुल कलाम आजाद

आज हम आपको एक ऐसी शिक्षिका की कहानी सुनाने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने ज्ञान, समर्पण और करुणा से न सिर्फ अपने विद्यार्थियों का भविष्य संवारा, बल्कि समाज में शिक्षा का उजियारा फैलाया। यह कहानी है Sushma Rani की।
Sushma Rani, जो राजकीय माध्यमिक विद्यालय, मालियों का बास, फलोदी (जोधपुर) में कार्यरत हैं, अपने विषय की विदुषी, शिक्षण के प्रति समर्पित और करुणा की प्रतिमूर्ति हैं। Sushma Rani ने कठिन परिस्थितियों में भी पढ़ाई जारी रखी और M.A. (हिंदी), M.A. (अंग्रेज़ी), B.Ed., M.Phil. (हिंदी), NET, SET और हिमालय वुड बैज जैसी योग्यताएँ हासिल कीं।
Sushma Rani का शिक्षा के प्रति जुनून बच्चों के जीवन में बदलाव लाने का माध्यम बन गया। हर साल कक्षा 10 में उनके विद्यार्थी 100% परीक्षा परिणाम लाते हैं, जिसके लिए Sushma Rani को ब्लॉक स्तर पर SDM द्वारा सम्मानित भी किया गया। लॉकडाउन के कठिन समय में भी Sushma Rani ने अपने यूट्यूब चैनल Excellence Hindi Learning के माध्यम से रोज़ वीडियो बनाकर विद्यार्थियों को पढ़ाना जारी रखा। वे हर वीडियो के साथ विषय से संबंधित प्रश्नोत्तरी भी भेजती रहीं ताकि बच्चों का आत्मविश्वास और ज्ञान दोनों मजबूत हो सकें।
चाइल्ड केयर लीव के दौरान भी सुषमा रानी ने न सिर्फ अपने परिवार को संभाला बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई में भी कोई कमी नहीं आने दी।
सुषमा रानी ने विद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शानदार योगदान दिया। 2016 से 2018 तक उनके मार्गदर्शन में स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल, अनूपगढ़, लगातार प्रथम स्थान प्राप्त करता रहा।
रक्तदान के क्षेत्र में भी सुषमा रानी का योगदान उल्लेखनीय रहा। उन्होंने विद्यार्थियों के सहयोग से लगभग 1200 शपथ पत्र भरवाए और रक्तदान के लिए प्रेरित किया, जिसके लिए विद्यालय ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
सुषमा रानी ने स्काउट एंड गाइड के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किया। उन्होंने हिमालय वुड बैज तक की ट्रेनिंग प्राप्त की और उनके निर्देशन में विद्यालय की लगभग 100 छात्राओं ने तृतीय सोपान और 33 छात्राओं ने राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त किया।
Sushma Rani का व्यक्तित्व करुणा से परिपूर्ण है। वे न सिर्फ बच्चों को पढ़ाती हैं, बल्कि उन्हें नैतिकता, अनुशासन और संवेदनशीलता का पाठ भी पढ़ाती हैं। शरारती बच्चों के साथ भी उनका व्यवहार हमेशा दयालु रहा, जिससे बच्चे उनसे खुलकर सीख सके। विद्यालय के हर बच्चे और अभिभावक के दिल में Sushma Rani एक माँ की तरह बस गई हैं।
वास्तव में, Sushma Rani इस बात का प्रमाण हैं कि शिक्षक ही समाज के सच्चे निर्माता होते हैं। उनका जीवन हमें सिखाता है कि मेहनत, करुणा और समर्पण से हर चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है।
Meet The Teachers
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The “Meet the Teachers” section on Fourth Screen Education’s website showcases the inspiring stories of educators across India who are making a significant impact in the field of education. This initiative highlights their dedication, innovative teaching methods, and contributions to student development.