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Santosh Kumar Tarak (Meet The Teachers 2020): शिक्षा में नवाचार और तकनीकी प्रयोग

Santosh Kumar Tarak (Meet The Teachers 2020): शिक्षा में नवाचार और तकनीकी प्रयोग

Santosh Kumar
Santosh Kumar Tarak

Santosh Kumar Tarak (Meet The Teachers 2020): शिक्षा में नवाचार और तकनीकी प्रयोग

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मैनपुर ब्लॉक के वनांचल क्षेत्र शोभा संकुल अंतर्गत ग्राम शुक्ला भांठा प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक Santosh Kumar Tarak ने शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक का बेहतरीन उपयोग करते हुए एक नई पहल की है। उन्होंने बच्चों के प्रगति रिपोर्ट कार्ड को बड़े ही रोचक स्माइली तरीके से ऑनलाइन भेजकर नव साक्षर पालकों के साथ एक नवाचारी कदम उठाया है। इस पहल की चर्चा गांव के लोग न केवल अपने गांव में बल्कि अन्य गांवों में भी बड़े उत्साह से कर रहे हैं।

Santosh Kumar Tarak के इस प्रयास की सराहना छत्तीसगढ़ समग्र शिक्षा विभाग द्वारा मासिक चर्चा पत्र में की गई है। Santosh Kumar Tarak का मानना है कि सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में बच्चों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए खेल-खेल में शिक्षा देना सबसे प्रभावी तरीका है। वे बच्चों के लिए हमेशा नए-नए नवाचार अपनाते रहते हैं। अपने स्तर पर विभिन्न सहायक शिक्षण सामग्री बनाकर बच्चों को उसका भरपूर लाभ देने का प्रयास करते रहते हैं, जिससे बच्चों को सीखने में आसानी होती है।

ऑनलाइन शिक्षण के साथ-साथ Santosh Kumar Tarak बच्चों को नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी कराते हैं। इसके अलावा वे बच्चों को विभिन्न स्थानीय खेल खिलाकर हर खेल में पठन क्रिया को जोड़ते हैं, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होता है। बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास की शुरुआत भी Santosh Kumar Tarak ने की है, जो बच्चों को अत्यंत आकर्षित कर रही है। बच्चों को शिक्षण के अनुरूप वातावरण देने के लिए उन्होंने विद्यालय परिसर को भी बहुत ही आकर्षक बनाया है। उनके इन प्रयासों का ही परिणाम है कि विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहने लगी है।

आज स्थिति यह है कि अगर Santosh Kumar Tarak को किसी कारणवश विद्यालय नहीं जाना हो तो बच्चों को पहले से बताना पड़ता है कि वे अगले दिन विद्यालय नहीं आएंगे। बच्चों का अपने शिक्षक के प्रति इतना लगाव है कि चाहे बारिश हो या मौसम खराब हो, बच्चे विद्यालय आना नहीं छोड़ते, क्योंकि उन्हें विश्वास होता है कि उनके प्रिय तारक सर विद्यालय जरूर आएंगे। Santosh Kumar Tarak भी बच्चों के इस विश्वास को बनाए रखने के लिए हर हाल में विद्यालय आते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।

लॉकडाउन के दौरान भी बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए Santosh Kumar Tarak ने ऑनलाइन वर्चुअल कक्षाओं का आयोजन किया। उन्होंने न केवल बच्चों को ऑनलाइन गृहकार्य दिया बल्कि उनका ऑनलाइन परीक्षण भी किया, जिससे बच्चों की सीखने की प्रक्रिया सतत बनी रही।

Santosh Kumar Tarak द्वारा शिक्षण को तकनीक से जोड़कर किए गए नवाचार कार्य हमारी शिक्षण प्रणाली को मजबूती प्रदान करने में अत्यंत सहायक सिद्ध हो रहे हैं। विद्यालय को आकर्षक बनाने के लिए उन्होंने विशेष रंग-रोगन के साथ-साथ स्मार्ट क्लास, विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण, और बच्चों को आकर्षित करने के लिए भालू, मछली, हाथी, श्यामपट आदि आकर्षक शिक्षण सामग्री एवं गतिविधि आधारित नवाचारों को शामिल किया है। ये सभी नवाचार Santosh Kumar Tarak के अथक प्रयासों का परिणाम हैं, जिनसे बच्चों को सीखने में बहुत मदद मिल रही है और वे विद्यालय आने के लिए उत्साहित रहते हैं।

इस प्रकार, Santosh Kumar Tarak ने शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक और नवाचार को जोड़कर जो पहल की है, वह न केवल उनके विद्यालय बल्कि पूरे जिले के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गई है। उनके कार्यों से यह सिद्ध होता है कि यदि शिक्षक लगन और समर्पण के साथ बच्चों की शिक्षा को लेकर काम करें तो किसी भी परिस्थिति में बच्चों की शिक्षा को नई ऊंचाई दी जा सकती है। Santosh Kumar Tarak जैसे शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणा के स्रोत हैं और उनके प्रयास सराहनीय हैं।

Meet The Teachers

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