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Mrs. Pragya Singh (Meet The Teachers 2020) – जिन्होंने गणित जैसे अमूर्त विषय को मूर्त रूप दिया

Mrs. Pragya Singh (Meet The Teachers 2020) – जिन्होंने गणित जैसे अमूर्त विषय को मूर्त रूप दिया

Pragya Singh
Pragya Singh

Pragya Singh (Meet The Teachers 2020) – जिन्होंने गणित जैसे अमूर्त विषय को मूर्त रूप दिया

आज हम आपको छत्तीसगढ़ की एक ऐसी शिक्षिका Pragya Singh के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने गणित जैसे अमूर्त विषय को मूर्त रूप देने का अनूठा और सफल प्रयास किया है। Pragya Singh छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में गणित शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। उनके लिए शिक्षण कार्य केवल एक पेशा नहीं, बल्कि उनका जुनून है।

बचपन से ही गणित उनका पसंदीदा विषय रहा है। इसके साथ ही कलात्मक क्षेत्र में भी उनकी गहरी रुचि रही है। पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण विवाह के 10 वर्षों बाद उन्होंने अपने शिक्षकीय सफर की शुरुआत की। उन्होंने अपने बचपन को विद्यालय के बच्चों के रूप में पुनः जीना शुरू किया। स्वयं एक सरकारी स्कूल की छात्रा रही Pragya Singh अपने शिक्षकों से प्राप्त ज्ञान को नवाचार के रूप में बच्चों तक पहुँचाने का निरंतर प्रयास कर रही हैं।

आज शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार की लहर है, परंतु Pragya Singh ने देखा कि अन्य विषयों की तुलना में गणित के लिए शिक्षण सहायक सामग्री का पूर्णतः अभाव है। यहीं से उन्होंने टी.एल.एम. (शिक्षण अधिगम सामग्री) बनाने की दिशा में प्रयास किया।

उन्होंने पाया कि बच्चों में गणित की अवधारणाएँ स्पष्ट न होने के कारण एक प्रकार का भय घर कर जाता है। इस भय को दूर करने के लिए उन्होंने कक्षा के वातावरण को आनंदमयी बनाया और गणित जैसे अमूर्त विषय को मूर्त रूप देने का प्रयास किया। उनका यह प्रयास खासकर पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ। मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को भी कई अवधारणाएँ समझाने में वे सफल रहीं।

Pragya Singh ने अपने व्यक्तिगत खर्च पर 500 से अधिक टी.एल.एम. के साथ एक मैथ्स लैब स्थापित किया है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET), दुर्ग के गणित लैब में भी उनके बनाए टी.एल.एम. को स्थान मिला है। अपनी शाला को स्मार्ट बनाने के लिए वे लगातार प्रयासरत हैं: स्कूल की दीवारों को व्हाइट वाश करवाया, प्रिंट-रिच कक्षाएं तैयार कीं, ब्लैक बोर्ड के स्थान पर ग्रीन बोर्ड लगवाए, और पेंटिंग से शाला को आकर्षक बनाया। अब बच्चे स्कूल आने के लिए उत्सुक रहते हैं और हर कार्य में सक्रिय सहभागिता देते हैं।

गांव के बच्चों को अपने जन्मदिन मनाने का अवसर नहीं मिलता था, इसलिए Pragya Singh पिछले 10 वर्षों से सभी बच्चों का जन्मदिन नववर्ष पर सामूहिक रूप से मनाती हैं। बच्चे भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। बच्चों की नियमित उपस्थिति के लिए वे “मस्ती की पाठशाला”, नवरात्र उत्सव, गेंड़ी दौड़, पारंपरिक उत्सव, बाल मेला, स्मार्ट क्लास की सुविधा और विशेष रूप से बालिकाओं के लिए ध्यान जैसी अनेक गतिविधियाँ आयोजित करती हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य सभी के लिए समावेशी और आनंदमयी शिक्षा प्रदान करना है।

Pragya Singh ने अपने पूर्व छात्राओं के साथ मिलकर “प्रज्ञा युवा शक्ति संगठन” की स्थापना की है, जिसमें शामिल युवा गांव के विकास और विद्यादान में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। कोरोना संकट के दौरान उन्होंने जन जागरूकता अभियान चलाया और स्वयं 2000 मास्क बनाकर वितरित किए। वर्तमान में वे प्रभारी प्रधान पाठक के रूप में विद्यालय का दायित्व निभा रही हैं। उनका मानना है — “बच्चों से ही मैं ‘मैं’ हूँ।”

Mrs. Pragya Singh
Mrs. Pragya Singh

 Pragya Singh ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए निरंतर प्रयासरत हैं कि उनकी शाला एक रोल मॉडल के रूप में जानी जाए। वे समुदाय को भी विद्यालय से जोड़ने के प्रयास में जुटी हैं ताकि शाला और बच्चे दोनों का विकास सुनिश्चित हो सके। इस वर्ष उनका लक्ष्य है कि समुदाय के सहयोग से बच्चों के लिए और अधिक संसाधन जुटाकर उन्हें आगे बढ़ाया जाए। वे सदैव अपने बच्चों को सर्वांगीण रूप से आगे बढ़ाने के लिए सतत प्रयास कर रही हैं।

उनकी निस्वार्थ भाव से किए गए कार्यों का परिणाम ही है कि Pragya Singh को विभाग द्वारा दर्जनों सम्मानों से नवाजा गया है। विशेष रूप से राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2018 हेतु उनका राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ, जहां उन्होंने अपने राज्य का प्रतिनिधित्व NCERT दिल्ली में किया। इसके अलावा, राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2019 के लिए भी उन्हें जिला स्तरीय समिति द्वारा चयनित किया गया। उनके गणित लैब को पूरे प्रदेश में एक अनूठी पहचान मिली है।

Mrs. Pragya Singh (Meet The Teachers 2020) – जिन्होंने गणित जैसे अमूर्त विषय को मूर्त रूप दिया

प्राप्त सम्मान एवं उपलब्धियाँ:

  1. मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण 2019
  2. राष्ट्रीय पुरस्कार 2018 हेतु राज्य के 3 उत्कृष्ट शिक्षकों में चयन
  3. राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2020 हेतु जिला स्तरीय समिति द्वारा चयन
  4. राज्य स्तरीय ‘अहा क्षण’ में चयन
  5. अक्षय शिक्षा सहकार 2020 हेतु चयन
  6. माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के समक्ष TLM प्रदर्शन
  7. तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी के समक्ष तीन बार TLM प्रदर्शन
  8. तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पांडे, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप व कैबिनेट मंत्री श्रीमती रामशिला साहू के समक्ष TLM प्रदर्शन
  9. अक्षय प्रबोधक अलंकरण 2019
  10. जिला स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2019
  11. राज्य स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार 2019
  12. TLM के लिए उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2017
  13. जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान 2019
  14. अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2019
  15. राज्य कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ द्वारा जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान 2018
  16. राष्ट्रीय गौरव सम्मान (विश्व शिक्षक दिवस पर) 2019
  17. संकुल स्तरीय शिक्षक सम्मान 2013, 2017, 2018, 2019
  18. ग्राम गौरव सम्मान 2020
  19. राष्ट्रीय स्तर पर The Teachers App में स्थान प्राप्त
  20. राष्ट्रीय स्तर पर Chalklit App में स्थान प्राप्त
  21. कबाड़ से जुगाड़ प्रदर्शनी में सम्मान
  22. CCRT से प्रशिक्षण प्राप्त
  23. जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर
  24. विकासखंड क्विज में निर्णायक
  25. राज्य स्तरीय मंथन कार्यशाला के लिए चयनित
  26. राज्य स्तरीय चर्चापत्र में उत्कृष्ट शिक्षक में शामिल
  27. राज्य स्तरीय नारी शक्ति सम्मान
  28. ‘बेस्ट स्कूल’ में चयनित

Pragya Singh का मानना है कि “मुझे बच्चों ने ही वह बनाया जो मैं हूँ।” उनके इस निस्वार्थ समर्पण और प्रयासों से निश्चित ही उनकी शाला आने वाले वर्षों में पूरे प्रदेश के लिए एक आदर्श शाला बनेगी।


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