सीकर की Digital Jodi: तकनीक के दम पर शिक्षा में क्रांति
डिजिटल जोड़ी का परिचय
सीकर की Digital Jodi, सुरेंद्र तेतरवाल (टैक्स असिस्टेंट) और सुरेश कुमार ओला (शिक्षक), ने तकनीक के दम पर शिक्षा में क्रांति ला दी। इस Digital Jodi ने 100 से अधिक निःशुल्क एंड्रॉयड ऐप्स बनाए, जिनका मूल्य 5 करोड़ रुपये है। इन्होंने ये ऐप्स राजस्थान सरकार को दान किए, जिसके लिए उन्हें भामाशाह पुरस्कार, ई-गवर्नेंस अवॉर्ड, और माइक्रोसॉफ्ट इनोवेटिव एजुकेटर सम्मान मिला। उनकी वेबसाइट “The Apps Station” गैर-तकनीकी लोगों को ऐप बनाने में मदद करती है। यूपीएससी, स्कूली शिक्षा, और बच्चों की कहानियों पर ऐप्स बनाकर यह Digital Jodi लाखों छात्रों को लाभान्वित कर रही है।

आज हम बात कर रहे हैं राजस्थान के सीकर शहर की एक ऐसी Digital Jodi के बारे में, जिन्होंने तकनीक का उपयोग कर गूगल की विश्व रैंकिंग में शीर्ष 2 में स्थान हासिल किया है।
पेशे से सरकारी शिक्षक और टैक्स असिस्टेंट, यह Digital Jodi अपने नवाचारों के लिए हमेशा चर्चा में रहती है।
नौकरी और डिजिटल इंडिया में योगदान
सीकर के सुरेंद्र तेतरवाल (टैक्स असिस्टेंट) और सुरेश कुमार ओला (वरिष्ठ शिक्षक) की यह Digital Jodi अपनी सरकारी नौकरी के साथ-साथ डिजिटल इंडिया अभियान को भी बढ़ावा दे रही है।
इन्होंने “The Apps Station” नामक वेबसाइट बनाई, जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति बिना तकनीकी ज्ञान के एंड्रॉयड ऐप्स बना सकता है।
100 से अधिक निःशुल्क ऐप्स
इस Digital Jodi ने अब तक 100 से अधिक एंड्रॉयड मोबाइल ऐप्स विकसित किए हैं।
इन ऐप्स का बाजार मूल्य लगभग 5 करोड़ रुपये आंका गया है।
उन्होंने ये ऐप्स राजस्थान सरकार को निःशुल्क प्रदान किए, जिसके लिए उन्हें भामाशाह पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सम्मान और पुरस्कार
सुरेंद्र तेतरवाल को राजस्थान सरकार द्वारा ई-गवर्नेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
सुरेश कुमार ओला को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान प्राप्त हुआ।
इस Digital Jodi को एनसीईआरटी ने राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से भी नवाजा है।
हिंदी माध्यम की चुनौतियों का समाधान
सुरेंद्र तेतरवाल बताते हैं कि छात्र जीवन में हिंदी माध्यम में ऑनलाइन अध्ययन सामग्री की कमी के कारण उन्हें परेशानी हुई।
हजारों हिंदी माध्यम के छात्रों को भी यही समस्या थी, क्योंकि अधिकांश सामग्री अंग्रेजी में थी।
इस Digital Jodi ने इस चुनौती का समाधान निकालने का फैसला किया।
सपनों को हकीकत में बदलना
सुरेंद्र ने अपने मित्र सुरेश कुमार ओला के साथ मिलकर इस समस्या का हल निकाला।
इस Digital Jodi ने हिंदी में निःशुल्क मोबाइल ऐप्स बनाए, जो लाखों विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित हुए।
विविध विषयों के लिए ऐप्स
इस Digital Jodi ने प्रतियोगी परीक्षाओं और स्कूली शिक्षा के लिए ऐप्स बनाए।
इनमें यूपीएससी, बैंकिंग, सामान्य ज्ञान, और भारतीय संविधान जैसे विषय शामिल हैं।
छोटे बच्चों के लिए हितोपदेश, पंचतंत्र, और बुद्ध की कहानियों पर आधारित ऐप्स भी हैं।
12वीं और कॉलेज के छात्रों के लिए ऐप्स
12वीं कक्षा के छात्रों के लिए भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान के फॉर्मूलों पर ऐप्स बनाए गए हैं।
कॉलेज के विभिन्न स्ट्रीम के छात्रों के लिए हिंदी में अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध है।
इनके सभी ऐप्स की रेटिंग 4 से कम नहीं है, और कुल 85 लाख से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं।

छात्रों से सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस Digital Jodi के ऐप्स को छात्रों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।
यह प्रतिक्रिया उन्हें और अधिक ऐप्स बनाने की प्रेरणा देती है।
इनके ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर निःशुल्क उपलब्ध हैं और लाखों में डाउनलोड हो चुके हैं।
वैश्विक और राष्ट्रीय पहचान
इस Digital Jodi की मेहनत को गूगल ने अपने शीर्ष डेवलपर्स की सूची में उच्च रैंक दी।
माइक्रोसॉफ्ट ने उन्हें “माइक्रोसॉफ्ट इनोवेटिव एजुकेटर सम्मान” से सम्मानित किया।
दूरदर्शन ने उनके ऐप्स पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई।
धैर्य और मेहनत का प्रतीक
यह Digital Jodi धैर्य और मेहनत का जीवंत उदाहरण है।
उनके नवाचारों ने न केवल शिक्षा को सुलभ बनाया, बल्कि लाखों छात्रों के सपनों को नई उड़ान दी।
Meet The Teachers
If you also know any such teacher who has benefited the world of education through their work. To get his story published in Meet the Teachers, email us at fourthscreeneducation@gmail.com