Gagandeep Pareek (Meet The Teachers 2020): सप्ताह के हर दिन होती है अलग तरह से प्रार्थना सभा, विशेष शिक्षक के प्रयास लाये रंग

Gagandeep Pareek (Meet The Teachers 2020): सप्ताह के हर दिन होती है अलग तरह से प्रार्थना सभा, विशेष शिक्षक के प्रयास लाये रंग
शहीद सुमेर सिंह सांखला राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, झटेरा, नागौर, राजस्थान में सप्ताह के प्रत्येक दिन प्रार्थना सभा को अत्यंत रोचक, प्रेरणादायक, और आकर्षक बनाने के लिए विशेष शिक्षक Gagandeep Pareek के मार्गदर्शन में समस्त स्टाफ के सहयोग से नवाचारी और रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं।
Gagandeep Pareek द्वारा शुरू की गई इस अनूठी पहल में बच्चों को प्रार्थना के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए विविध आकृतियों का निर्माण किया जाता है, जो न केवल बच्चों में प्रार्थना के प्रति रुचि जगाती हैं, बल्कि उन्हें समयबद्धता, अनुशासन, और सकारात्मक ऊर्जा का महत्व भी सिखाती हैं। Gagandeep Pareek की यह रचनात्मक सोच बच्चों में जिज्ञासा और सीखने की ललक को बढ़ावा दे रही है, जिससे वे स्कूल समय पर पहुँचने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
Gagandeep Pareek ने प्रार्थना सभा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न गणितीय आकृतियों जैसे आयत, वर्ग, त्रिभुज, और वृत्त का उपयोग किया है, जिससे बच्चे दिशा-ज्ञान और गणितीय अवधारणाओं को मनोरंजक ढंग से सीख रहे हैं। Gagandeep Pareek के इस नवाचार के तहत माइक पर बोलने का अभ्यास भी करवाया जाता है, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वे एक प्रखर वक्ता के रूप में विकसित हो रहे हैं।
प्रार्थना सभा में नियमित रूप से सामान्य ज्ञान के प्रश्नोत्तर, समाचार पत्र का वाचन, गायत्री मंत्र का सामूहिक उच्चारण, और अन्य शिक्षाप्रद गतिविधियाँ शामिल की जाती हैं, जो Gagandeep Pareek की प्रेरणा से और अधिक रसमय बन रही हैं।
कार्यवाहक संस्था प्रधान गणेश दास साद हारमोनियम बजाकर प्रार्थना सभा को मधुर और सुरमय बनाते हैं, जबकि अध्यापिका मधुबाला सोनी और सुमन निर्वाण बच्चों के साथ प्रार्थना में सक्रिय रूप से भाग लेकर इस पवित्र सभा को और अधिक आनंदमय बनाती हैं। शारीरिक शिक्षक सुगनाराम, अध्यापक अनवर अली, संजय व्यास, और गुठाराम डूकिया बैठने की व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
समस्त स्टाफ की एकजुटता और समर्पण के साथ इनके नेतृत्व में यह प्रार्थना सभा दिन-प्रतिदिन और अधिक प्रभावशाली और प्रेरणादायक बन रही है।
उन्होंने प्रार्थना सभा को और अधिक ज्ञानवर्धक और रचनात्मक बनाने के लिए गूगल और यूट्यूब के माध्यम से विभिन्न आकृतियाँ बनाना सीखा। हनुमानगढ़ के एक स्कूल की प्रार्थना सभा का चित्र, जो कुछ समय तक शिक्षा के डिजिटल पोर्टल शाला दर्पण के होमपेज पर प्रदर्शित रहा, ने उन्हें इस दिशा में प्रेरित किया।
इस प्रेरणा के आधार पर Gagandeep Pareek ने अनेक नवीन आकृतियाँ बनाईं और निरंतर नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ, झाडिसरा) सन्नी कौर ने भी Gagandeep Pareek की इस नवाचारी पहल की प्रशंसा की और इसे अन्य स्कूलों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया।
Gagandeep Pareek ने यह भी साझा किया कि वे कक्षा में खेल-खेल में शिक्षा देने की तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, जिसमें विभिन्न शैक्षिक कॉन्सेप्ट्स को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया जाता है। इस प्रयास में समस्त स्टाफ सकारात्मक और सक्रिय भूमिका निभा रहा है। Gagandeep Pareek का यह समर्पण और रचनात्मक दृष्टिकोण न केवल बच्चों के शैक्षिक विकास को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि स्कूल के समग्र वातावरण को भी सकारात्मक और उत्साहपूर्ण बना रहा है। इनकी अगुवाई में यह स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और प्रेरणा का एक उज्ज्वल उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।

If you also know any such teacher who has benefited the world of education through their work. To get his story published in Meet the Teachers, email us at fourthscreeneducation@gmail.com