लाखनसर में पृथ्वी का संरक्षण विषय पर बाल संसद (Children’s Parliament) का आयोजन
लाखनसर में पृथ्वी का संरक्षण विषय पर बाल संसद (Children’s Parliament) का आयोजन



दिनांक 08 सितम्बर 2021
राजकीय माध्यमिक विद्यालय, लाखनसर, श्री डूंगरगढ़, बीकानेर, राजस्थान में सामाजिक विज्ञान विषय के अंतर्गत ‘संसाधनों का संरक्षण’ खंड के अधीन “एजेण्डा-21: पृथ्वी का संरक्षण” विषय पर एक विशेष बाल संसद (Children’s Parliament) का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में पृथ्वी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना था। बाल संसद (Children’s Parliament) की अध्यक्षता कक्षा 10 की छात्रा कविता कुमारी ने की तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के संस्था प्रधान श्री राजूराम खिलेरी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 महामारी के सभी दिशा-निर्देशों का पूर्णतया पालन किया गया। मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने तथा हाथों को बार-बार सैनिटाइज करने जैसे सभी नियमों का कड़ाई से अनुपालन किया गया। बाल संसद (Children’s Parliament) में विद्यालय के विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने पृथ्वी संरक्षण एवं पर्यावरण जागरूकता से संबंधित अपने विचार प्रस्तुत किए और इस गंभीर विषय पर चर्चा की।
बाल संसद (Children’s Parliament) के दौरान छात्र बलराम पुनिया ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के समय में पर्यावरण संरक्षण की बातें केवल सोशल मीडिया तक ही सीमित रह गई हैं, जबकि हमें इन विचारों को अपने दैनिक जीवन में उतारना होगा ताकि सच में पर्यावरण की रक्षा हो सके। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि किस प्रकार छोटे-छोटे प्रयास, जैसे पेड़ लगाना, जल का अपव्यय रोकना और प्लास्टिक का कम उपयोग करना, हमारे पर्यावरण को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इसी क्रम में छात्रा उर्मिला कड़वासरा ने सदन के समक्ष एजेण्डा-21 की नीतियों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि एजेण्डा-21 संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित एक कार्य योजना है, जिसका उद्देश्य सतत विकास के सिद्धांतों के अनुरूप संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। अध्यक्ष कविता कुमारी ने उर्मिला द्वारा प्रस्तुत नीतियों का अनुमोदन करते हुए बाल संसद (Children’s Parliament) में उनके कार्यान्वयन पर बल दिया।
इसके उपरांत सामाजिक विज्ञान विषयाध्यापक श्री जयपाल सोनी ने सदन के सभी प्रतिनिधियों को शपथ दिलाई कि वे न केवल अपने विद्यालय बल्कि अपने गांव और आस-पास के क्षेत्रों में भी एजेण्डा-21 की नीतियों को लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि जब विद्यार्थी अपने परिवेश में इस प्रकार के छोटे-छोटे प्रयास करेंगे, तभी पर्यावरण संरक्षण एक जन आंदोलन बन सकेगा।
विशिष्ट अतिथि श्री मालाराम जाट एवं श्री प्रेमप्रकाश मीणा ने बच्चों के उत्साह की सराहना करते हुए उन्हें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने का संदेश दिया। अध्यक्ष कविता कुमारी ने अंत में सभी छात्र प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
इस आयोजन ने विद्यार्थियों में न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति चेतना जागृत की बल्कि उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति भी सजग किया। बाल संसद (Children’s Parliament) के सफल आयोजन से विद्यालय परिवार तथा गांव में भी पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने का कार्य हुआ। यह प्रयास विद्यालय के सभी शिक्षकगण एवं विद्यार्थियों के सहयोग से ही संभव हो सका और इसी सहयोग की भावना से आने वाले समय में भी पृथ्वी के संरक्षण हेतु ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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