Nibha Rani Madhu
Meet The Teachers

Meet The Teachers: Mrs. Nibha Rani Madhu Chhattisgarh

Meet The Teachers: Mrs. Nibha Rani Madhu Chhattisgarh

“आप एक छात्र को एक दिन के लिए सबक सिखा सकते हैं; लेकिन अगर आप उसे जिज्ञासा पैदा करके सीखने के लिए सिखा सकते हैं, तो वह सीखने की प्रक्रिया तब तक जारी रखेगा जब तक वह रहता है।”

श्रीमती निभा रानी मधु छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गाँव के शा. उच्चतर माध्यमिक स्कूल मे वाणिज्य व्याख्याता के पद पर प्रथम नियुक्ति 2010 से 2022 तक रही। इनका हमेशा ये माननाहै कि जीवन एक संघर्ष है और संघर्ष से ही जीवन को आसान बनाया जा सकता है, कहा जाता है उसका जीवन बेकार है जिसका कोई लक्ष्य नही है, सफल तो तब होगे जब सफलता के लिए कोई मार्ग चुनेगे। इसलिए जरुरी है पहले  लक्ष्य निर्धारित हो तभी आप और हम उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। जब 2010 में इनकी पोस्टिंग गाँव के स्कूल में हुई तथा इन्होंने देखा कि यहाँ बच्चें बहुत ज्यादा होनहार है उन्हें बस एक सही मार्गदर्शन और सर्पाेट की जरूरत हैं। बस फिर वहाँ से इन्होंने अपने लक्ष्य को निर्धारित किया। इस क्षेत्र मे ज्यादातर पिछड़े वर्ग के परिवार निवास करते है। आस पास के चार गांव में भी यही स्थिति है जिनका मुख्य कार्य मजदूरी कर रोजी रोटी कमाना व कृषिकार्य करना है। साथ ही यहां के लोग वाणिज्य विषय से लगभग अपरिचित थे। तब 2010 में इन्होंने बच्चों की काउंसिलिंग कर वाणिज्य विषय अपनी शाला में प्रारम्भ किया। यहाँ शिक्षा के प्रति जागरूकता का भी सर्वथा अभाव था बच्चे नियमित शाला नहीं आते थे। यही सबसे बडी चुनौती थी जिसने इन्हें बच्चों एवं उनके परिवार के निकट ले गया। परिणाम ये हुआ बच्चों को वाणिज्य विषय में करियर के आप्शन दिखने लगे। फलस्वरूप बच्चों की पूर्ण उपस्थिति नियमित हो गयी। वाणिज्य विषय को बच्चों में रुचिकर बनाने के लिए अपने आसपास के गांव के पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षकों से प्रेरणा लेते हुए टीएलएम बनाने की दिशा में प्रयास किया । वाणिज्य के आधारभूत सिद्धांतों को टीएलएम के माध्यम से बच्चे सरलता से समझने लगे। अब उन्हें रटने की पद्धति से मुक्त करना आसान हो गया।

शाला के प्राचार्य एवं साथी शिक्षकों का सहयोग इन्हें निरन्तर कार्य करने में उत्साहित करता रहा। वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के कार्य में भी 2019 से संलग्न हैं एससीईआरटी में भी विषय विशेषज्ञ के रूप में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ । शाला में स्काउट- गाईड,स्पोर्ट्स, आर्ट एंड क्राफ्ट में भी सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं l इनके पढ़ाये बच्चे आज बैंक, आर्मी, रेलवे में नौकरी कर रहे हैं। एक छात्र तो अपने ही गाँव का सरपंच बन गया है। प्रतिवर्ष ये छात्र 26 जनवरी को शाला आते है और इन्हें माँ कहकर  प्रणाम करते है। प्रतिवर्ष इनके विषय के बोर्ड परिक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रहा है।

सामाजिक सरोकार

वाणिज्य के आधारभूत सिद्धांतों को टीएलएम के माध्यम से बच्चे सरलता से समझने लगे। अब उन्हें रटने की पद्धति से मुक्त करना आसान हो गया। जिसके कारण गांव कोड़िया के जनप्रतिनिधि एवं एसएमसी प्रतिनिधि द्वारा इनको समाज रत्न सम्मान देकर सम्मानित किया गया। निभा मैडम बालिकाओं को आगे लाने उनके परिवेश में जाकर विशेष प्रयास कर रही हैं । फलस्वरुप इनके बच्चे हर क्षेत्र में आगे आ रहे हैं। पूर्व छात्रों के साथ मिलकर शौर्य युवा संगठन का निर्माण कर समाजिक कार्य कर रहे है। कोरोना जागरूकता अभियान, नशा मुक्ति, स्वच्छता, सफाई अभियान अपने आस-पास के गांवों में भी सक्रिय सहभागिता है। इन्हें जशपुर के संकल्प शिक्षण संस्थान के द्वारा समय-समय पर आयोजित विषय एक्सपर्ट के रूप मे आमंत्रित किया जाता है.

कोरोना काल में इन्होंने मोहल्ला क्लास भी शुरू किया जिसमें 4 गाँव के बच्चे लाभान्वित हुये हैं, इन्होंने मोहल्ला क्लास के शिक्षा सारथीयों को भी स्वयं के व्यय पर आवश्यक संसाधन एवं यहां तक की मोबाइल रीचार्ज के लिए राशि उपलब्ध करायी है। इससे 12 वीं पास बच्चे घर पर ही ट्यूशन भी लेने लगे है और उन्हें एक अच्छी खासी आय भी हो रही है, जिससे वे अपनी आगे की पढ़ाई को जारी रखे है।

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोड़िया दुर्ग में  इनके मार्गदर्शन में विद्यालय में एक नई परम्परा की शुरुआत की गयी। शाला के व्याख्याता डॉ रूपमती साहू एवं प्राचार्य श्री अनिल कुमार गुप्ता जी के जन्मदिन पर शाला परिसर में एक फलदार पौधा भविष्य के लिए रोपित किए जाने का प्रयास किया गया है।

विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास

वाणिज्य विषय का परिणाम हमेशा 100 प्रतिशत रहने के परिणामस्वरूप इनको जिले मे शासकीय स्कूलों में 80 से अधिक अंक लाने वाले छात्रों के लिये संचालित निःशुल्क विशेष कोचिंग कक्षा (शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुपेला) में भी शिक्षण कार्य हेतु चयनित किया गया । SCERT रायपुर के द्वारा नवनियुक्त व्याख्याताओं के प्रशिक्षण के लिए निर्देशिका निर्माण के  कार्य भी इनका सहयोग रहा है।

कला के क्षेत्र में विशेष रुचि रखने के कारण इन्हें विभिन्न शालाओं में  कला शिक्षण हेतु आमंत्रित किया जाता है, इसी कड़ी में माध्यमिक शाला हनोदा, शा.उ.मा.वि.सुपेला, खुर्सीपार में बच्चों को समर कैंप में कला की बारीकियां  सिखाने जाती हैं .

वें हमेशा अपने छात्रों को प्रोत्साहित करती है और उन्हें आर्थिक सहयोग भी करती हूं, 12 वीं के अपने एक होनहार छात्र भास्कर देवांगन के ऑनलाइन क्लास में नहीं जुड़ने का कारण बच्चे की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और मोबाइल न होने की वजह से एक होनहार छात्र पढ़ाई से वंचित हो रहा है, यह जानने के बाद भास्कर को स्वयं का एक मोबाइल फोन हमेशा के लिये दे दिया ताकि भविष्य में भी वह इन्टरनेट के माध्यम से अपनी पढ़ाई को जारी रख सके। इस तरह इन्होंने ये मेहसूस किया कि बच्चों में ऐसी भावनायें जन्म ले रही है कि यदि वे अच्छे से मन लगाकर पढ़ाई करेंगे तो भविष्य में मैडम हमारी भी सहायता करेंगी। जो कहीं ना कहीं इन्हे और अधिक मेहनत से पढ़ने  को प्रेरित करता है।

इनका हमेशा यही प्रयास रहता है कि कभी किसी बच्चे की पढ़ाई किसी कारण से ना छूटें। प्रेरणा के साथ साथ आर्थिक सहयोग भी  यथासम्भव करती रहती है । इनके द्वारा  सत्र 2021-22 के 12जी कॉमर्स के लगभग 300 विद्यार्थियों को webex app के माध्यम से ऑनलाइन क्लासेस लिया गया l

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोड़िया में मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण 2021 में प्राप्त राशि का उपयोग करते हुए 10 वीं में 83% अंक प्राप्त करने वाली छात्रा कुमारी कुसुम (कोड़िया) और 82% अंक प्राप्त करने वाली कुमारी अंजली (कोकड़ी) जो वर्तमान में 11 वीं वाणिज्य की छात्राएं है उनकी स्कूल की फीस, कापियां,  पुस्तक, पढ़ाई एवं परीक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें वादा किया है कि यदि वे 12 वीं में 90%अंक लेकर उत्तीर्ण होते है तो वे दोनों छात्राओं के 12 वीं की पढ़ाई की पूर्ण जिम्मेदारी इनकी होगी।

सम्मान

छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग द्वारा  मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण शिक्षाश्री 2021 सम्मान

अक्षय अलंकरण प्रबोधक 2021( रायगढ़),

नैशनल यूथ आईकोन अवार्ड 2021

बेस्ट टीचर अवार्ड 2020,

द रियल सुपर वुमन 2020,

शिकसा विशिष्ट सेवा सम्मान 2020,

शिकसा नारी शक्ति सम्मान 2020,2021,

शिकसा शिक्षक सम्मान 2020

छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा   दुर्ग जिलों में बेहतर कार्य कर रहे शिक्षकों के ब्लॉग लिखने हेतु सम्मान 2020,

डिजिटल सामग्री के गुणवत्ता की जांच कर बेहतर सामग्री को एप्रूव करने हेतु सम्मान 2020

नियमित ऑनलाइन कक्षा लेने हेतु सम्मान 2020

पढई तुहर पारा के संचालन हेतु सम्मान 2020

दुर्ग जिले की उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान  2020 ,2021,

छत्तीसगढ़ का पहरेदार समाचारपत्र अंबिकापुर के द्वारा  छत्तीसगढ़ रत्न 2022

प्रज्ञ अलंकरण सम्मान 2022

Meet The Teachers – Real Heroes of Society

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *